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Kundali Milan: The Astrological Calculation Behind Indian Marriages

भारतीय विवाह संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और विवाह के लिए कुण्डली मिलान एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि कुण्डली मिलान क्या है और कैसे यह ज्योतिष गणना विवाह के लिए महत्वपूर्ण होती है। हम यह भी देखेंगे कि कुण्डली मिलान कैसे पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण से विवाहों को समर्थन देता है और पार्टनर्शिप के साथ संघटनों को कैसे निपटाने में मदद करता है।

भाग 1: कुण्डली मिलान क्या है?

कुण्डली मिलान एक ज्योतिष प्रक्रिया है जिसमें दो व्यक्तियों की जन्म कुण्डलियों को मिलाकर उनके विवाह के योग्यता का आकलन किया जाता है। यह प्रक्रिया हमें दोनों पार्टनर्शिप के संघटनों को समझने में मदद करती है।

भाग 2: गुण मिलान और मंगलिक दोष

कुण्डली मिलान में, गुण मिलान एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें आठ गुणों का मिलान किया जाता है। इन गुणों का मिलान योग्यता का मापदंड होता है। विशेष रूप से, मंगलिक दोष का मामूला महत्व होता है, जो कुण्डली में मंगल (मार्स) की स्थिति के आधार पर होता है।

भाग 3: कुण्डली मिलान का महत्व

कुण्डली मिलान एक महत्वपूर्ण भाग्यविज्ञानिक प्रक्रिया है जो भारतीय विवाहों के लिए महत्वपूर्ण है। यह प्रक्रिया विवाह के बारे में ज्योतिष गणना के माध्यम से विवाही जीवन की योग्यता की जांच करती है और पारंपरिक विश्वासों को समर्थन देती है।

संक्षेप (Conclusion)

कुण्डली मिलान भारतीय विवाह संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो विवाही जीवन की योग्यता को मापने में मदद करता है। यह विवाह के बारे में ज्योतिष गणना के माध्यम से विवाही जोड़ी के बीच के गुणों और पोटेंशियल चुनौतियों की गहरी अध्ययन का हिस्सा होता है।

यदि आप एक नई विवाहिक यात्रा पर निकल रहे हैं या एक मौजूदा संबंध को गहराई से समझने की कोशिश कर रहे हैं, तो भारतीय ज्योतिष आपके लिए भाग्य के जीवन के पैरों के नीचे की दुकान के रूप में एक गहरा दृष्टिकोण प्रदान करता है। आने वाले ब्लॉग्स में, हम और भी ज्योतिषिकी विषयों को छूने का प्रयास करेंगे और विवाह और संबंधों को देखभाल करने के लिए व्यावहारिक सुझाव प्रदान करेंगे।

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