સર્વ વૈષ્ણવજનને મારા જયશ્રીકૃષ્ણ

नवरात्रि और ज्योतिष: नौ दिनों का महत्व

नवरात्रि, भारतीय पौराणिक और धार्मिक महत्व के साथ ही ज्योतिष की दृष्टि से भी एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है। इस त्योहार के नौ दिनों का ज्योतिष में विशेष महत्व होता है और यह नौ दिनों का महत्व कैसे होता है, इस पर चर्चा करने के लिए आइए हम नवरात्रि और ज्योतिष के इस गहरे संबंध को समझते हैं।


नवरात्रि का महत्व:

नवरात्रि हिन्दू पंचांग (कैलेंडर) के अनुसार चैत्र और शारदीय नवरात्रि के रूप में मनाई जाती है, लेकिन अक्सर शारदीय नवरात्रि ही अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह त्योहार भगवान दुर्गा की आराधना के रूप में मनाया जाता है और यह नौ दिनों तक चलता है, जिनमें भगवानी के नौ रूपों की पूजा की जाती है।

नवरात्रि का महत्व धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि ज्योतिष दृष्टि से भी होता है। इस अवसर पर ग्रहों का चालन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है और इसके नौ दिनों के प्रत्येक दिन का विशेष महत्व होता है।

नौ दिनों का महत्व:

  1. प्रथम दिन (शैलपुत्री): पहले दिन पर माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है, जिनका रूप शैली पर्वती के रूप में होता है। इस दिन को चंद्रमा के प्रभाव के अनुसार भी महत्वपूर्ण माना जाता है, और ज्योतिषज्ञ इसे व्रत और पूजा के लिए शुभ मानते हैं।
  2. द्वितीय दिन (ब्रह्मचारिणी): इस दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है, और चंद्रमा का भी महत्व इसे प्रभावित करता है। ज्योतिष में इस दिन का व्रत और पूजा बड़े फलकारी माना जाता है।
  3. तृतीय दिन (चंद्रघंटा): तृतीय दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, और इसका महत्व भी चंद्रमा के प्रभाव के साथ जुड़ा होता है। ज्योतिष में इस दिन को शुभ और फलदायक माना जाता है।
  4. चतुर्थ दिन (कुष्माण्डा): इस दिन माँ कुष्माण्डा की पूजा की जाती है, और गुरु ग्रह के प्रभाव को ध्यान में रखकर व्रत और पूजा की जाती है।
  5. पंचम दिन (स्कंदमाता): पंचम दिन को माँ स्कंदमाता की पूजा की जाती है, और बुध ग्रह के प्रभाव को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
  6. षष्ठ दिन (कात्यायनी): इस दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है, और शुक्र ग्रह के प्रभाव को भी ध्यान में रखा जाता है।
  7. सप्तमी दिन (कालरात्रि): सप्तमी दिन को माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है, और शनि ग्रह के प्रभाव को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
  8. अष्टमी दिन (महागौरी): इस दिन माँ महागौरी की पूजा की जाती है, और रवि ग्रह के प्रभाव को भी ध्यान में रखा जाता है।
  9. नवमी दिन (सिद्धिदात्री): नवमी दिन को माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है, और सूर्य ग्रह के प्रभाव को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

नौ दिनों का ज्योतिषिय महत्व:

नवरात्रि के नौ दिनों का ज्योतिष में विशेष महत्व होता है क्योंकि हर दिन के साथ ग्रहों का प्रभाव बदलता है और व्रत और पूजा के अनुसार अलग-अलग ग्रहों की शांति और शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, नवरात्रि के नौ दिनों का पूरा व्रत विशेष प्रकार से भगवानी की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

ग्रहों का प्रभाव:

  1. सूर्य: सूर्य ग्रह का प्रभाव पहले दिन को होता है, और यह दिन माँ शैलपुत्री की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। सूर्य के इस प्रभाव के तहत, इस दिन को सफलता और सुख के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  2. चंद्रमा: चंद्रमा ग्रह का प्रभाव द्वितीय दिन होता है, जिस पर माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। इस दिन को चंद्रमा के शांति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  3. मंगल: मंगल ग्रह का प्रभाव तृतीय दिन होता है, जब माँ चंद्रघंटा की पूजा होती है। इस दिन को मंगल के प्रभाव के अनुसार भयहारिणी और दुर्गा का दर्शन मिलता है, और व्यक्ति भयहारिणी शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त करता है।
  4. बुध: चतुर्थ दिन पर माँ कुष्माण्डा की पूजा होती है, और इस दिन बुध ग्रह के प्रभाव को न्यायपूर्ण और धार्मिक अदालत के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  5. गुरु: पंचम दिन पर माँ स्कंदमाता की पूजा होती है, और इस दिन गुरु ग्रह के प्रभाव को ध्यान में रखकर अध्ययन और गुरुशिष्य संबंधों के लिए शुभ माना जाता है।
  6. शुक्र: षष्ठ दिन को माँ कात्यायनी की पूजा होती है, और इस दिन शुक्र ग्रह के प्रभाव को सुख और सौभाग्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  7. शनि: सप्तमी दिन पर माँ कालरात्रि की पूजा होती है, और इस दिन शनि ग्रह के प्रभाव को भी शांति और मंगल के साथ जोड़कर महत्वपूर्ण माना जाता है।
  8. रवि: अष्टमी दिन पर माँ महागौरी की पूजा होती है, और इस दिन रवि ग्रह के प्रभाव को आत्मशुद्धि और सफलता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
  9. सूर्य: नवमी दिन पर माँ सिद्धिदात्री की पूजा होती है, और इस दिन सूर्य ग्रह के प्रभाव को ध्यान में रखकर सिद्धियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

समापन:

नवरात्रि और ज्योतिष का यह गहरा संबंध हमारे धार्मिक और ज्योतिषीय जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। नौ दिनों के व्रत और पूजा, ग्रहों के प्रभाव के साथ एक अद्वितीय तरीके से हमारे जीवन को सुखमय और समृद्ध करने में मदद करते हैं। इस नवरात्रि पर, हमें अपने ज्योतिषीय गुरु से सलाह लेकर इन व्रतों को ध्यानपूर्वक मनाने का प्रयास करना चाहिए ताकि हमारे जीवन में खुशियाँ और सफलता हो सके।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Call Now Button